Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति मामले में एक और समन भेजकर उन्हें 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी की तरफ से केजरीवाल को यह छठा समन ऐसे समय में भेजा गया है, जबकि जांच एजेंसी की शिकायत पर उन्हें 17 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत के समक्ष पेश होने को कहा गया है.
इससे पहले, ईडी ने केजरीवाल को पांच समन भेजे थे, लेकिन वे हर बार पेश होने से इनकार करते रहे. पिछले दिनों, दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने भी केजरीवाल को इसी मामले में 17 फरवरी को पेश होने का निर्देश दिया था. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या केजरीवाल इस बार ईडी के समक्ष पेश होते हैं या नहीं. यदि वे पेश नहीं होते हैं, तो ईडी उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकती है.
दिल्ली सरकार ने 2021-22 में नई आबकारी नीति लागू की थी. इस नीति में कथित अनियमितताओं के बाद इसे वापस ले लिया गया था. ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. असल में यह दिल्ली सरकार द्वारा लागू की गई नई आबकारी नीति से जुड़ा एक विवाद है. इस नीति के तहत, दिल्ली में शराब की दुकानों के लाइसेंस निजी कंपनियों को दिए गए थे. आरोप है कि इन लाइसेंसों के आवंटन में भ्रष्टाचार हुआ था और कुछ कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया था.
यह देखना बाकी है कि केजरीवाल ईडी के इस छठवें समन का जवाब देते हैं या नहीं. अगर वे पेश नहीं होते हैं तो ईडी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकती है. वहीं केजरीवाल ने बार-बार अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है और उन्हें राजनीतिक प्रेरित बताया है. वे दावा करते हैं कि बीजेपी उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है. केजरीवाल का कहना है कि ईडी का समन दिल्ली सरकार के अच्छे कामों से ध्यान हटाने का प्रयास है.