Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
जुनैद-नासिर हत्याकांड मामले में राजस्थान पुलिस पर हरियाणा में एफआईआर दर्ज
- February 21, 2023 Author : Team Fact India JP
The Fact India: गो तस्करी को लेकर कथित तौर पर जिंदा जलाए गए नासिर-जुनैद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में राजस्थान और हरियाणा आमने-सामने आ गए हैं। मंगलवार को राजस्थान पुलिस के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। नूंह (मेवात) के नगीना थाने में यह केस दर्ज किया गया है। शिकायत में राजस्थान पुलिस का नाम है। श्रीकांत की मां दुलारी की शिकायत पर हरियाणा पुलिस ने रविवार को नवजात बच्चे को श्मशान से निकलवाकर पोस्टमॉर्टम कराया था।
नूंह के एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि इस केस में चोट और मिसकैरेज की धाराएं लगाई गई हैं। शिकायत में कहा गया है कि 30-40 लोग थे, उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने के बाद केस में आगे की धाराएं जोड़ी जाएंगी। बता दें कि 17 फरवरी की सुबह साढ़े 3 बजे राजस्थान पुलिस ने हत्या के एक आरोपी श्रीकांत पंडित के घर छापा मारा था। श्रीकांत के परिजनों का आरोप है कि राजस्थान पुलिस की मारपीट की वजह से आरोपी की गर्भवती पत्नी कमलेश के पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई थी।
हरियाणा पुलिस के इन्फॉर्मर हैं हत्या के आरोपी
नासिर-जुनैद की हत्या के आरोप में नामजद लोकेश सिंगला, रिंकू सैनी और श्रीकांत हरियाणा पुलिस के इन्फॉर्मर हैं। इसका खुलासा मंगलवार को हुआ। ये तीनों हरियाणा पुलिस के साथ गो तस्करी के मामले में रेड के वक्त जाते थे। इन तीनों के अलावा मोनू मानेसर और अनिल को इस केस में नामजद किया गया है। गोरक्षकों के पुलिस इन्फॉर्मर होने के मामले में कुछ पुरानी एफआईआर की कॉपी से इस बात का खुलासा हुआ है कि जनवरी में हरियाणा पुलिस लोकेश सिंगला को साथ लेकर गई थी। इनमें से 4 एफआईआर मेवात (नूंह) जिले के फिरोजपुर झिरका थाने में दर्ज हुई हैं। जुनैद-नासिर के परिजनों ने हरियाणा पुलिस पर हत्याकांड में शामिल होने का शक जताया है।
मारपीट में ही मर गए थे नासिर-जुनैद
सूत्रों ने बताया है कि राजस्थान पुलिस की पूछताछ में हत्या के आरोपी रिंकू सैनी ने स्वीकार किया है कि जुनैद और नासिर मारपीट से ही मर चुके थे। रिंकू ने पुलिस को बताया कि फिरोजपुर झिरका पुलिस थाने में जुनैद और नासिर को ले गए थे। मारपीट की वजह से दोनों अधमरे हो चुके थे। इस वजह से पुलिस ने कार्रवाई से इनकार करते हुए उन्हें थाने से लौटा दिया। इसके बाद दोनों के शव ठिकाने लगाने के लिए बोलेरो में दोनों को डालकर फिरोजपुर झिरका से 200 किलोमीटर दूर भिवानी के लोहारू ले गए। गाड़ी समेत शवों को आग लगा दी। उन्हें उम्मीद थी कि इनकी शिनाख्त नहीं होगी, लेकिन बोलेरो के चेसिस नंबर से पता चल गया। इनके अपहरण के बारे में पहले ही राजस्थान के भरतपुर में केस दर्ज था।
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के लिए फिर छापा
21 फरवरी को राजस्थान पुलिस ने जुनैद-नासिर के हत्या के आरोपियों को लेकर एक बार फिर छापा मारा। राजस्थान पुलिस मामले के एक अन्य आरोपी और हरियाणा गोरक्षा प्रमुख मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के लिए मानेसर गांव पहुंची। वहीं, गुरुग्राम पुलिस ने मोनू का हथियार लाइसेंस कैंसिल कर दिया है। मोनू समर्थकों को जब जानकारी मिली की राजस्थान पुलिस फिर मानेसर गांव पहुंची है तो उन्होंने इसका विरोध करते हुए दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे जाम कर दिया। समर्थकों ने मानेसर में हिंदू महापंचायत कर राजस्थान पुलिस को चुनौती दी।
पंचायत में शामिल लोगों ने कहा कि राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर के घर अपने पैरों पर तो जरूर आएगी, लेकिन वापस नहीं जा सकेगी। हालांकि महापंचायत के दौरान ही राजस्थान पुलिस ने मोनू के घर छापा मारा था। महापंचायत में कहा गया कि मोनू मानेसर को साजिश के तहत इस केस में फंसाया जा रहा है। कुछ लोग राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर मोनू को जेल में डालने की साजिश रच रहे हैं। अगर बजरंग दल जैसे संगठन और मोनू मानेसर जैसे युवा नहीं होते तो आज इस छोटे से हिस्से को ये लोग मिनी पाकिस्तान बना देते। मोनू मानेसर के समर्थन में चार दिन से प्रदर्शन हो रहा है। सोमवार को ही गुरुग्राम की सड़कों पर युवाओं ने प्रदर्शन किया था। इससे पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल मोनू मानेसर का समर्थन कर चुके हैं।
जामिया के छात्र बोले-सीबीआई जांच हो
नासिर और जुनैद को जलाने के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र सड़कों पर उतर आए। उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि हमने हर बार इस देश को अपने खून से सींचा है। अब कुछ लोग पैदा हो गए हैं जिनका आजादी में कोई योगदान नहीं है। अब वो हमारे खून से इस देश की जमीन को लाल करना चाहते हैं। इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।
- Post By Team Fact India