Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
30%
10%
90%
70%
Total count : 138
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
अजय सिंह किलक
शिव देशवाल
अन्य
56%
26%
18%
Total count : 7524
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
सिद्देरमैया
डीके शिवकुमार
मल्लिकार्जुन खड़गे
बता नहीं सकते
67%
13%
13%
7%
Total count : 15
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
समुदाय विशेष को टारगेट करना
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
फिल्मों को हिट करने के लिए
कुछ बता नहीं सकते
33%
11%
44%
11%
Total count : 9
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
डिलीवरी के लिए पहुंची महिला को नहीं किया भर्ती, अस्पताल के गेट पर बच्चे को दिया जन्म
Manish Gaur
अमानवीयता की हदें पार हो गईं जब दर्द से तड़पती एक गर्भवती महिला के अस्पताल पहुंचने पर वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से इंकार कर दिया। आखिरकार महिला ने अस्पताल के गेट के बाहर बच्चे को जन्म दिया। बहरहाल तीनों डॉक्टरों को उनके इस असंवेदनशील व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा कि मामला सामने आने के बाद विभाग ने तत्काल प्रभाव से एक जांच समिति गठित करके समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए, कांवटिया अस्पताल के तीन रेजिडेंट डॉक्टरों - कुसुम सैनी, नेहा राजावत और मनोज को गंभीर लापरवाही और असंवेदनशीलता के चलते गुरुवार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इस मामले में पर्यवेक्षी लापरवाही के लिए कांवटिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह तंवर को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।
घटना बुधवार की है जब गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। अधिकारियों ने बताया कि डिलीवरी के लिए भर्ती नहीं किए जाने के बाद बाहर निकलते समय महिला को प्रसव पीड़ा हुई और उसे अस्पताल के गेट के पास बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
घटना बुधवार की है जब गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। अधिकारियों ने बताया कि डिलीवरी के लिए भर्ती नहीं किए जाने के बाद बाहर निकलते समय महिला को प्रसव पीड़ा हुई और उसे अस्पताल के गेट के पास बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा।