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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 141

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7526

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
65%
डीके शिवकुमार
18%
मल्लिकार्जुन खड़गे
12%
बता नहीं सकते
6%
Total count : 17

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
36%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
9%
फिल्मों को हिट करने के लिए
45%
कुछ बता नहीं सकते
9%
Total count : 11

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भाजपा में मुद्दों पर अंतर्द्वंद, छोटे मोदी ने बड़े मोदी की आंखें खोली

The Fact India : भारतीय जनता पार्टी या केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले पर कोई सवाल नहीं उठाता है। जब प्रधानमंत्री मोदी ने पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट बंद करने का फैसला किया था तब भी कैबिनेट में नितिन गडकरी इकलौते मंत्री थे, जिन्होंने इस पर सवाल उठाया था। उसके बाद भी किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया। मोदी की सरकार ने पांच सौ और एक हजार रुपए का नोट बंद करके पांच और दो हजार का नोट जारी किया था। उस पर भी विपक्ष ने तो सवाल उठाया पर सरकार में से किसी ने नहीं कहा कि काला धन रोकने के लिए एक हजार का नोट बंद करके दो हजार के नोट जारी करना कहां की समझदारी है। लेकिन अब सवाल उठा और सवाल उठाया है छोटे मोदी यानी सुशील मोदी।

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बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सासंद सुशील मोदी ने यह कहने की हिम्मत दिखाई है कि दो हजार के नोट का मतलब होता है काला धन। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि दुनिया के किसी भी विकसित देश में सौ से ऊपर की मुद्रा नहीं होती है। इसलिए दो हजार के नोट बंद किए जाएं। सोचें, सुशील मोदी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इतने बड़े फैसले पर सवाल उठा दिया। सवाल है कि क्या प्रधानमंत्री और उनके सलाहकारों को पता नहीं था कि विकसित देशों में सौ से ऊपर की मुद्रा नहीं होती? फिर उन्होंने क्यों दो हजार के नोट जारी किए? क्या केंद्र सरकार को पता नहीं है कि दो हजार के नोट का मतलब है काला धन? फिर क्यों वह इसे जारी रखे हुए है? ध्यान रहे पिछले दिनों खबर आई है कि नौ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के दो हजार के नोट गायब हैं। ये नोट न बैंक में हैं और न चलन में हैं। माना जा रहा है कि काले धन के रूप में यह रकम लोगों के पास जमा है। अब देखना है कि सुशील मोदी की सलाह पर केंद्र सरकार क्या फैसला करती है।

डा. प्रदीप चतुर्वेदी

[ये लेखक के अपने विचार हैं]

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